एरावतेश्वरा मंदिर कुंभकोणम (तमिलनाडु) हिंदी में
कुंभकोणम मंदिर दक्षिण भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है यह मंदिर तमिलनाडु के तंजावुर जिले में स्थित है जो कि पूरे दक्षिण भारत में बहुत ज्यादा प्रचलित है और यह मंदिर 2 नदियां कावेरी और असला के बीच बसा हुआ है।
इस मंदिर की प्रसिद्धि आप इस बात से लगा सकते हैं कि समंदर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया जा चुका है और यह एक बहुत हिंदू प्रसिद्ध मंदिर है जो कि दक्षिण भारत में 12 वीं सदी में बनाया गया था और यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है जोकि ऐसी मान्यता है कि देवताओं के राजा इंद्र ने यहां पर सफेद हाथी द्वारा भगवान शिव की पूजा की थी और मंदिर का विश्व धरोहर होने की वजह से भी ज्यादा प्रचलित माना जाता है और दक्षिण भारत में प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
Airavatesvara Temple
तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर कैसा बना है
यह मंदिर दक्षिण भारत में है और यह मंदिर द्रविड़ शैली में बना हुआ है और इस मंदिर के बारे में आपको बताएं तो यह मंदिर पूरा 128 फुट ऊंचाई वाला एक मंदिर है जो कि पूरा 9 मंजिली है।
तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर खुलने का समय
Dharasuram temple & Airavatesvara Temple Aarti timimg
और यह मंदिर सुबह 6:00 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक खुला रहता है और किस शाम के समय में 4:00 बजे से लेकर 9:30 बजे तक किया मंदिर खुला रहता है और आप इस समय के बीच में आकर दर्शन कर सकते हैं
तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर में जिसके ऊपर कदम रखते ही अद्भुत ध्वनि पैदा होती है Dharasuram temple & Airavatesvara Temple
तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर के बारे में एक खास बात यह है कि इस मंदिर की सीढ़ियों चलते हुए संगीत की मधुर धुन सुनाई देती है, जो श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित करती है। दरअसल इस मंदिर के प्रवेश द्वार के पास बनी सीढ़ियों को विशेष प्रकार के पत्थर से बनाया गया है, जिसके ऊपर कदम रखते ही अद्भुत ध्वनि पैदा होती है। इतना ही नहीं इन सीढ़ियों पर आप संगीत के सात सुर भी सुन सकते हैं, लेकिन इसके लिए लकड़ी की मदद से सीढ़ियों के पत्थर को ऊपर से नीचे की ओर रगड़ना पड़ता है। यहाँ तक कि इन सीढ़ियों से अगर कोई छोटी-सी चीज भी टकराती है, तो उससे भी धुन निकलने लगती है। इन सभी चीजों की वजह से ऐरावतेश्वर मंदिर श्रद्धालुओं के बीच काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर के बारे में एक खास बात यह है कि इस मंदिर की सीढ़ियों चलते हुए संगीत की मधुर धुन सुनाई देती है, जो श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित करती है। दरअसल इस मंदिर के प्रवेश द्वार के पास बनी सीढ़ियों को विशेष प्रकार के पत्थर से बनाया गया है, जिसके ऊपर कदम रखते ही अद्भुत ध्वनि पैदा होती है। इतना ही नहीं इन सीढ़ियों पर आप संगीत के सात सुर भी सुन सकते हैं, लेकिन इसके लिए लकड़ी की मदद से सीढ़ियों के पत्थर को ऊपर से नीचे की ओर रगड़ना पड़ता है। यहाँ तक कि इन सीढ़ियों से अगर कोई छोटी-सी चीज भी टकराती है, तो उससे भी धुन निकलने लगती है। इन सभी चीजों की वजह से ऐरावतेश्वर मंदिर श्रद्धालुओं के बीच काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
Airavatesvara Temple is a Hindu temple of Dravidian architecture located in Kumbakonam, Thanjavur District in the South Indian state of Tamil Nadu
इस मंदिर के अंदर सबसे ज्यादा आश्चर्य करने वाले खासियत यह भी है कि जब हम मंदिर के सीडीओ पर चलते हैं तब आपको एहसास होगा जब हम एंट्री करते हैं जब मंदिरों की सीढ़ियों पर चलते हैं तो आपको अलग-अलग तरह की ध्वनि का एहसास होता है और यह एक बहुत बड़ी आश्चर्य की बात मानी जाती है
यह भी माना जाता है कि मंदिर द्रविड़ शैली में बनाया गया है और इसके अंदर आपको कई पुराने पुराने का देवता जैसे वायु ब्रह्मा सूर्य देवता विष्णु देवता लक्ष्मी माता सरस्वती जमुना जी गंगा जी यहां पर आपका इधर है उनके चित्र देख सकते हैं और यह मंदिर बहुत भव्य तरीके से बनाया गया है।